चीनी मिलों ने उत्तर प्रदेश के किसानों की जिदंगी बदल दी-मुख्यमंत्री योगी
लखनऊ, 17 फरवरी। चीनी मिलों ने उत्तर प्रदेश के किसानों की जिदंगी बदल दी है। किसानों को गन्ना मूल्य का शत प्रतिशत भुगतान करके राज्य ने एक कीर्तिमान स्थापित किया है। यह बात आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गन्ना मिल एसोसिएशन द्वारा इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित उत्तर प्रदेश में चीनी उद्योग की स्थापना के 120 साल के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में कही।
मुख्यमंत्री ने कोविड काल के दौरान चीनी मिलों के संचालन को लेकर कहा कि जब चारों ओर लोग घरों में कैद थे तब भी हमने चीनी मिलों को चलाने का निर्णय लिया। सरकार ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि जब तक किसान के खेत में गन्ना है चीनी मिलें चलती रहेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले राज्य की चीनी मिलें बदहाल अवस्था में थीं, मिलें बंद हो रही थीं….. लेकिन अब ऐसा नहीं होता है। पहले 45 लाख किसान गन्ना उत्पादन में लगे थे लेकिन अब 60 लाख किसान गन्ना उगा रहे हैं। मिलों में चीनी का उत्पादन भी बढ़ा है..क्योंकि गन्ने की नई किस्मों पर शोध हुआ
और ज्यादा रस निकलने लगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार किसान हितैषी है और हम किसानों के हितों से अलग कोई निर्णय कभी नहीं ले सकते। गन्ना किसानों को भुगतान की समस्या मैंने खत्म की है। उन्होंने कहा कि कोविड काल में 27 राज्यों को हमारी चीनी मिलों ने सैनेटाइजर सप्लाई किया। आक्सीजन प्लांट लगाए और लाखों की जान चीनी उद्योग ने बचाई। साढ़े 500 से अधिक आक्सीजन प्लांट लगाए थे। आज गन्ना किसानों को गन्ना पर्ची के लिए परेशान नहीं होना पड़ रहा है। महिला स्वयं सेवी समूह भी गन्ना पौध से काम कर रही हैं
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश में चीनी उद्योग की स्थापना में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाली शख्सियतों को सम्मानित भी किया। चीनी उद्योग के इतिहास को समेटते हुए काफी टेबल बुक का विमोचन भी किया।