एक लास दो धाम बैकुंठ धाम और कब्रिस्तान
एक लास दो धाम बैकुंठ धाम और कब्रिस्तान , रुपया और सम्मान रास्ते को बदल देता है रुपए और सम्मान के चक्कर में लोग धर्म बदल देते हैं ऐसे ही एक वाक्य लखनऊ में हुआ हिंदू से बने ईसाई मृत्यु के बाद भैसा कुंड में अंतिम संस्कार किया गया और उनके अस्थि कलश को ईसाई कब्रिस्तान ताबूत में रखकर दफना दिया गया ।