उन्नाव: ऐतिहासिक तकिया मेला 28 दिसंबर आरंभ
उन्नाव- हिन्दू-मुस्लिम एकता व साम्प्रदायिक सौहार्द का प्रतीक एवं सुप्रसिद्ध ऐतिहासिक तकिया मोहब्बत शाह मेला की तैयारियों को लेकर कलेक्ट्रेट स्थित पन्ना लाल सभागार में जिलाधिकारी श्रीमती अपूर्वा दुबे की अध्यक्षता में तकिया मेला समिति की बैठक सम्पन्न हुई।
जनपद के बीघापुर तहसील के पाटन नामक स्थान पर लगने वाला ऐतिहासिक तकिया मेला 28 दिसम्बर 2023 से 18 दिनो तक आयोजित किया जायेगा। परम्परागत रूप से इस मेले में मोहब्बत शाह बाबा की मजार पर चादरपोशी व सहस्त्रलिंगेश्वर महादेव मन्दिर मे पूजा अर्चना की जाती है। इस मेले में हिन्दू-मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं, इसलिए इस मेले को हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक माना जाता है।
मेला समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने समिति के सदस्यों से मेला के इतिहास के बारे में जानकारी ली तथा सदस्यों द्वारा रखे गये प्रस्तावों/सुझावों के अनुसार मेला को पूरी गरिमा व भव्यता के साथ सम्पन्न कराने के निर्देश मेला अधिकारी/उप जिलाधिकारी बीघापुर को दिये। इस मौके पर डीएम ने मेला परिसर में एल0ई0डी0 के माध्यम से सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं मेले से सम्बन्धित जानकारी के संचालन के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि मेला परिसर में मेलार्थियों की सुविधा हेतु खोया पाया केन्द्र का संचालन किया जाए। बच्चों के मनोरंजन हेतु झूले आदि की व्यवस्था भी की जाए। मेला अधिकारी/उप जिलाधिकारी बीघापुर को निर्देश दिये कि विभिन्न विभागीय अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर लें, और मेले के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं कराना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही उन्होने सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्था हेतु क्षेत्राधिकारी बीघापुर के साथ ही साफ-सफाई व्यवस्था, पेयजल आपूर्ति, वाहन व्यवस्था, बैरीकेटिंग व्यवस्था, अलाव व्यवस्था, पशु चिकित्सा, सचल शौचालय आदि व्यवस्थाओं हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया। इसके अतिरिक्त उन्होने समस्त अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि मेले के दौरान विभागीय स्टाॅल लगाकर केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं से मेलार्थियों को लाभान्वित करना सुनिश्चित करेंगे।
बैठक में अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) विकास कुमार सिंह, मेलाधिकारी/उप जिलाधिकारी बीघापुर क्षितिज द्विवेदी, तहसीलदार बीघापुर अरसला नाज़, क्षेत्राधिकारी बीघापुर माया राय, सहित मेला समिति के सदस्य अनिल सिंह, गजेन्द्र सिंह, भोला सिंह, के0पी0 सिंह, सुजान सिंह, श्यामू सिंह, गुलाम हुसैन, शिव शंकर सिंह आदि उपस्थित रहे।