योगी जी के निर्देशों की राजस्व अधिकारी उड़ा रहे खिल्लियां

मुख्यमंत्री जी के निर्देशों का भ्रष्ट राजस्व परिषद अधिकारियों पर नहीं है कोई असर खुलेआम उड़ा रहे हैं खिल्लियां।
योगी जी के द्वारा आम जनमानस के साथ कोई अन्याय न हो के आदेश को भी पूर्व सत्ता पक्ष के दबंग भूमाफियाओं के आगे दिया भट्टी में झोंक
जनपद उन्नाव, सदर तहसील में जहां असंक्रमणि भूमि से संक्रमणिय हुई भूमि दिनांक 11–8–2020 में।
एक अधिकारी महोदय द्वारा भू माफियाओं को मु० न०t 20201069018910 खाता संख्या591 गाटा संख्या1397,1398,1360 ग्राम एरा भदियार नअसंक्रमणीय भूमि दस्तावेज सन 2007 को आधार मान की दाखिल खारीज दिनांक 11–12–2020
नोट — और तो और जिनके नाम दाखिल खारिज की गई उसमें दाखिल खारिज दौरान कोई में भी नियम व कानून स्वयं तहसीलदार महोदय का वायरल हुआ वीडियो जिसमें वह राजस्व परिषद के नियम व कानून बता रहे हैं के अनुसार कोई निर्देशों का पालन ना कर जहां दाखिल खारिज जिसमें एक की पूर्व में 24–12–2019 को हो चुकी थी मृत्यु उसको भी जिंदा मान कर दिया आदेश।
जब चर्चा उठ उच्च अधिकारियों तक पहुंची बात तो अधिकारी महोदय द्वारा अपनी त्रुटि को सुधार करते हुए उक्त आदेश दिनांक 11–12–20 20 को स्थगन दिनांक 8–1–2021 कर दिया।
अब आई दूसरे अधिकारी सदैव चर्चा में रहने वाले भूमाफियाओं के लाडले तहसीलदार अविनाश जी की बारी जिन्होंने आसंक्रमणीय भूमि के दस्तावेज सन 2007 को उचित मानते हुए व मुर्दे के फेवर में किए गए आदेश को नजरअंदाज करते हुए पूर्व अधिकारी के स्थगन आदेश दिनांक 11–12–2020 को गलत मानकर दिनांक 24–1–2025 को पूर्व से नियोजित भूमाफियाओं को आदेश को बहाल कर दिया गया और करोड़ों की भूमि मैं अपनी हिस्सेदारी नियत कर भूमाफियाओं के हवाले कर दी गई। जबकि इन्होंने स्वयं के हो रहे वायरल ऑडियो में बताया कि आसंक्रमणी दस्तावेज की दाखिल खारिज नहीं की जा सकती है और अगर कोई काश्तकार आसंक्रमणी विक्रय करता है तो वह भूमि सरकार की मानी जाती है
अविनाश जी का खेल यही नहीं समाप्त होता है बड़ी सूझबूझ के साथ कूटचरित ढंग से उन्होंने बखूबी लाभान्वित भूमाफियाओं पूर्व में मृतिक पारिवारिक जन के कायम मुकामी आवेदन दिनांक 3–2–2025 को आवेदन कर दिनांक 4–2–2025 में आवेदक का कायम मुकामी का आर्डर कर मृतिका की जगह उसका नाम पंजीयन कर एक दिन में कायम मुकामी कर जनपद में इतिहास बनाते हुए नाम इंद्राज कर दिया गया। अब क्या मामला टाय–टाय–फिश अब क्या कोई कर लेगा पिछले सारे षडयंत्रों पर पानी डालते हुए भूमाफियाओं को लाभान्वित कर दिया अब क्या कोई मुकदमा लड़ेगा।
यह है तहसीलदार श्री अविनाश चौधरी जी जो कुछ भी कर सकते हैं और करवा भी सकते हैं। पत्रकारों को अपने गुरुगो से धमकी भी आदि।
क्या जनपद में मात्र एक दिन में कायम मुकामी कर आदेश व परवाना कर नाम अंकित हो जाना कोई सोच सकता है लेकिन हमारे जनपद के होनहार तहसीलदार अविनाश जी हर तरह से सक्षम है इनकी क्रियाकलापों पर शासन हो या सरकार हो कुछ भी नहीं कर सकती इनके खिलाफ कोई जांच व कार्यवाही। क्योंकि यह सत्ता पक्ष में अपनी होनहारी के दम पर कुछ भ्रष्ट नेताओं के बड़े नजदीक पाए जाते हैं और पूर्व सत्ता पक्ष में बहुत ऊपर व अंदर तक पहुंच रखने वाले हैं इसलिए इनका कोई कुछ नहीं कर सकता। अविनाश जी की थ्योरी यही नहीं खत्म होती इन्होंने अपने कार्यकाल में इतना लोहचा किया है सक्षम न्यायालय के स्टे के दौरान स्टे कॉल में ही किए गए विक्रय पत्रों की जांच ना कर स्टे भूमि का स्टे हटाकर उन बैनामों को उचित मानकर कर दी दाखिल खारीज जिन विक्रय पत्रों को ना मानकर उन पर होनी थी कोर्ट आफ कंटेंम की कार्रवाई लेकिन सहब में खूबी है अगर वह कुछ भी तय करते हैं भूमाफियाओं से तो पूरा कार्य करके देते हैं आम जनमानस जाए भाड़ मे । इस विषय का समाचार प्रकाशन जल्दी ही करेंगे।