प्रयागराज कुंभ की मुख्य स्नान 2025

माघ मकर गति रवि जब होई
तीरथपति आवे सब कोई
कुंभ नगर प्रयागराज
05 जनवरी 2025
13 जनवरी 14 जनवरी 29 जनवरी 3 फरवरी 12 फरवरी एवं 26 फरवरी को होंगे
प्रयागराज त्रिवेणी स्नान में लगभग 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु आएंगे
प्रयागराज कुंभ क्षेत्र 13 जनवरी को लगभग 3 करोड़ आबादी वाला विश्व का सबसे बड़ा नगर हो जाएगा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा मुख्य स्नान पर्व पर विशिष्ट जनों के आगमन पर रोक लगाया गया है
यह एक सराहनीय कदम है
इस प्रयागराज कुंभ को भ्रष्टाचार मुक्त स्वच्छता युक्त बनाने की आवश्यकता है
दानवीर महाराज हर्षवर्धन की प्रतिमा को पुनः सम्मानजनक स्थान पर स्थापित किया
सरकार पुलिस विभाग एवं मीडिया विभाग के लिए एडवाइजरी जारी करें
मुख्य स्नान की एक तिथि मात्र एक सप्ताह की अवशेष तिथि मात्र एक सप्ताह
डॉक्टर मुरलीधर सिंह शास्त्री
अधिवक्ता / विधि अधिकारी
मा उच्च न्यायालय इलाहाबाद एवं लखनऊ प्रयागराज
कुंभ 2025 की लगभग 95% तैयारी हो चुकी है
आप स्नान करने के लिए एक सप्ताह का समय पहले स्नान 13 जनवरी पूस पूर्णिमा 14 जनवरी मकर संक्रांति 29 जनवरी मौनी अमावस्या 3 फरवरी बसंत पंचमी 12 फरवरी माघी पूर्णिमा एवं 26 फरवरी महाशिवरात्रि को स्नान होगा स्नान में लगभग देश-विदेश के 10 करोड़ से ज्यादा व्यक्तियों को आने की संभावना है
तथा प्रयागराज शहर 13 जनवरी को विश्व का सबसे बड़ा शहर बन जाएगा एक साथ एक साथ एक पार्टिकुलर क्षेत्र में विश्व में कहीं भी उतना आदमी नहीं होंगे या आबादी लगभग तीन से चार करोड़ की हो जाएगी
भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार के विभाग अपनी-अपने विभागों के क्षमताओं के साथ कार्य कर रहे हैं
इसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी स्वयं तैयारी का कमान संभाले हुए हैं तथा उन्होंने एक लोकप्रिय निर्णय लिया है की मुख्य स्नान के दिन कोई भी विशिष्ट व्यक्ति नहीं आएगा
ऐसा ही ऐसा ही आदेश मुख्य सचिव ने भी विभाग अध्यक्षों को किया है
सरकार द्वारा अनेक कार्य किया जा रहे हैं इसकी सराहना की जा रही है
पर कतिपय विपक्ष के नेताओं द्वारा इसकी आलोचना की जा रही है इससे भारतीय संस्कृति का और उत्तर प्रदेश का अपमान ही कहा जाएगा
लगभग 144 साल के आधुनिक कुंभ के इतिहास में सबसे बड़ा मेला है
इस मेले में 8 Zone/
18 सेक्टर /57 थानों में विभाजित किया गया
इस मेले में गंगा पार जमुना पार के क्षेत्र विशेष रूप से झूसी फाफामऊ और नैनी क्षेत्र को शामिल किया गया
पूर्व सरकारों के जैसे 2013 में कुंभ के प्रभारी मंत्री के रूप में श्री मोहम्मद आजम खान थे
तथा 2019 के कुंभ में प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन गोपाल टंडन थे
कुंभ 2025 में इसके प्रभारी मंत्री एवं पूर्व नौकरशाह श्री अरविंद कुमार शर्मा जो स्वयं इस पर सतर्क नजर रखे हुए हैं
तथा नियमित समीक्षा कर रहे हैं
मुख्यमंत्री जी द्वारा अपने कार्यालय में एवं मौके पर इसके समीक्षा के निर्देश दिए गए हैं
इसी क्रम में नौकरशाही में भी व्यापक तबादला किया गया
/साथ में अभी कहना है कि सभी विभागों में 10 /20 प्रतिशत कर्मचारी कामचोर होते हैं तथा अपने-अपने सुविधा के
जैसे अपने लोगों को सुविधा देना
गाड़ी आज की व्यवस्था करना
खान पान की व्यवस्था करना में लगे रहते हैं
ऐसी व्यवस्था से इनकार नहीं किया जा सकता क्योंकि यह समाज का अंग है इस पर विभाग के प्रमुख सचिवों को नजर रखना चाहिए
तथा मुख्यमंत्री जी आदेशानुसार इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी विभागों को को कड़ी मेहनत करनी चाहिए
तथा भ्रष्टाचार से मुक्त आचरण अपनाना चाहिए उत्तर प्रदेश का गौरव है या देश के संस्कृति का प्रदेश के गौरव का दिन है
जो सत्ताधारी पार्टी का मुख्य कार्य है साथ में हमें बताना है की पुलिस विभाग को जल विभाग के लिए एवं सिविल पुलिस के लिए एडवाइजरी जारी करनी चाहिए
तथा उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना विभाग को भी मीडिया एडवाइजरी समय से जारी करना चाहिए
अभी तक सब काम हो जाना चाहिए समय बहुत कम है
बाहर के अतिथि श्रद्धालु एवं पत्रकार तथा स्वयंसेवक भी आने लगे हैं
विशेष रूप से सरकार में कार्य कर रहे लोगों को सजक दृश्य रखना चाहिए
और इसको भ्रष्टाचार मुक्त स्वच्छता युक्त मेला को बनाना चाहिए मैं
इस मेल से प्रत्यक्ष रूप से 1977 से जुड़ा हूं तथा विभिन्न कार्यों के माध्यम से मदद करता हूं तथा लोगों की सहायता एवं एडवाइस भी करता सरकार को प्रत्येक नजर रखना चाहिए
इस मेले में पुलिस विभाग अच्छा काम कर रहा है साइबर अपराध रोकने के लिए भी कार्य किया जा रहे हैं उसे भी मानक के अनुसार मुख्य स्थान पर जिम्मेदार एवं व्यवहार कुशल पुलिस के जवानों को ड्यूटी लगाना चाहिए
जैसे हनुमान जी के मंदिर के पास शंकर विमान मंडपम के पास नाग वासुकी मंदिर के पास
स्नान के मुख्य बिंदुओं पर जिससे कि आम श्रद्धालु को कोई और कोई दिक्कत ना हो सके
पुलिस को विशेष रूप से सतर्क रखने के लिए जल पुलिस को विशेष रूप से सतर्क रखने के लिए आवश्यक निर्देश दिया जाना चाहिए
सबसे बड़ा महत्वपूर्ण है भारत के दानवीर महाराज हर्षवर्धन की प्रतिमा को सरकार द्वारा हटाया जाना
किसी भी तरह से लोकतांत्रिक एवं सांस्कृतिक विरासत को बढ़ाने वाला नहीं है
भारत के प्रमुख राजाओं में दानवीर राजाओं में महाराजा हर्षवर्धन का नाम लिया जाता है जाता है
सरकार को इस पर विचार करना चाहिए तथा उनके संगम के मार्ग में ही उनकी प्रतिमा को स्थापित करना चाहिए
तथा बुद्धिजीवियों को भी संबंध में सरकार को सलाह देना चाहिए पर किसी भी प्रकार से राजनीति नहीं करनी चाहिए
जय हिंद जय भारत
आओ हम सभी लोग महाकुंभ प्रयागराज के मेले को भ्रष्टाचार मुक्त स्वच्छता युक्त बनाने में अपना योगदान दें