अखिलेश यादव का बड़ा बयान: उपराष्ट्रपति चुनाव विवेक और अंतरात्मा का फैसला
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उपराष्ट्रपति (Vice President) चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण टिप्पणी की। उन्होंने कहा:
“वाइस प्रेसिडेंट चुनाव का यह वोट अंतरात्मा पर पड़ता है।”
यानी, सांसदों को अपनी आत्मिक विवेक के आधार पर मतदान करना चाहिए ।
साथ ही, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह पार्टी अपने नेताओं को “use-and-throw” (उपयोग कर फेंकने वाली) दृष्टिकोण से पेश आती है, और इसे उन्होंने पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनकर के मामले से जोड़ा ।
चुनावी संदर्भ – पार्थिव परिदृश्य
आज, यानी 9 सितंबर 2025 को, भारत के 15वें उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान हुआ, जिसमें सी.पी. राधाकृष्णन (NDA उम्मीदवार) और बी. सुधरशन रेड्डी (INDIA ब्लॉक) के बीच प्रतिस्पर्धा थी ।
सी.पी. राधाकृष्णन ने इस चुनाव में 452 वोट्स हासिल कर विजय सुनिश्चित की, जबकि बी. सुधरशन रेड्डी को 300 वोट्स मिले ।
विपक्ष की ताकत भी इस चुनाव में काफी बढ़ी—वोट शेयर लगभग 26% से बढ़कर 40% हो गया, जिसे कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने “विपक्षी एकता की जीत” के रूप में पेश किया।
